Friday, August 7, 2015

बहुत प्यार करती हूं

बहुत प्यार करती हूं
हर पल याद करती हूं।
पर्स में तुम्हारी फोटो है
जब भी जी चाहा
देख लेती हूं।
कल मेरी आंखों में
यूं ही आंसू आ गए
लगा तुम्हें कोई दर्द है।
गला भी अचानक
सूखने लगा
जैसे तुम्हें प्यास लगी हो।
मन को बहुत मनाया कि
सबकुछ ठीक होगा,
व्यर्थ में चिंता करती हूं।
अब कुछ भी तो नहीं रहा
हमारे और तुम्हारे बीच
फिर क्यों तुम्हें
याद करती हूं।
सच कहूं, बुरा तो नहीं मानोगे
मैं, तुमसे अब भी प्यार करती हूं।
मैं निस्तब्ध सुन रहा था
जवाब के लिए
शब्द ढूंढ रहा था।
आखिर क्या करता
फैसला अकेले का नहीं था
दोनों ने पहले ही
सहमति बना ली थी।
प्यार के लिए
मां-बाप को नहीं
छोड़ सकते थे
ना ही बिना इजाजत
शादी कर उनको
समाज की तानें
सुनने दे सकते थे।
फिर भी अचानक से
उसका फोन पर
यह कहना
मैं, तुमसे अब भी
प्यार करती हूं
आंखों से गिरे
आंसू के गर्म
बूंद लग रहे थे।